
अफगानिस्तान (Afganistan) में हाल के दिनों में जो दृश्य देखने को मिला, वो खौफनाक था. लोग तालिबानियों के डर से प्लेन के ऊपर चढ़कर देश छोड़ने की कोशिश करते दिखे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि 1994 में रवांडा में ऐसा खुनी खेल खेला गया था जिसके बारे में कई लोगों को पता भी नहीं है. सोशल मीडिया पर इस कत्लेआम से बची एक महिला ने अब जाकर सारा किस्सा खोला. उसने बताया कि कैसे मात्र सौ दिनों के अंदर वहां 8 लाख से ज्यादा लोगों को मार डाला गया था. इतना ही नहीं इस महिला ने अपनी आंखों के सामने अपनी मां और छोटे भाई का सिर कटते हुए देखा था.
अंतोइनेटे मुताबाजी 1994 में हुए इस नरसंहार में बच गई थी. लेकिन उसने जो देखा वो कल्पना से परे है. अब जाकर अंतोइनेटे ने उस दौर का हाल बयान किया है. उसने बताया कि कैसे उस समय हर किसी को मार दिया जाता था. गलियां लाशों से भरी रहती थी. लाशों को दफनाने की जगह कुत्तों को खिला दिया जाता था. रास्ते में आपको कई सिर कटी लाशें मिल जाती थी. ये नरसंहार शुरू हुआ था हुतु के राष्ट्रपति जूवेनल हबयारीमना को मौत के घाट उतारने के बाद.

देश में मचे कत्लेआम में सौ दिन के अंदर मिलिशिया की आर्मी ने करीब आठ लाख लोगों को मार दिया था.ये सभी लोग तुत्सी नाम के माइनोरिटी ग्रुप से थे. अंतोइनेटे ने अपना कड़वा अनुभव याद करते हुए बताया कि उसके सामने ही उसके परिवार वालों का गला काट दिया गया था. उसने खुद को झाड़ियों में छिपा लिया जिससे उसकी जान बच गई लेकिन उसके परिवार वाले नहीं बच पाए. LadBible TV को दिए इंटरव्यू में उसने बताया कि जिस तरह से तीन महीने उसने छिपकर खुद को बचाया, वो बेहद मुश्किल था. अपनी आंखों के सामने वो कुत्तों को लाश खाते देखती थी.

अंतोइनेटे के मुताबिक़, ये हत्यारे लोगों से पैसे वसूलते थे. अगर आपके पास पैसे नहीं है तो आपको शूट कर देते थे और अगर आपके पास पैसे हैं तो भी आप पर गोली चला देते थे. अब अंतोइनेटे Holocaust Memorial Day Trust से जुड़कर इस नरसंहार के सर्वाइवर्स के लिए काम करती हैं. उन्होंने कई अभियान चलाए हैं जो ऐसे लोगों की मदद कर रही है.