
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर नारी शक्ति की बड़ी मिसाल देखने को मिली है. गरियाबंद जिले की प्रीति यादव दिव्यांगता पर विजय प्राप्त करते हुए कुछ ऐसा किया है जिसकी पूरे छत्तीसगढ़ में जमकर तारीफ हो रही है. क्योंकि 30 साल की दिव्यांग प्रीति यादव ने राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतकर अपने जिले और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है. प्रीति अब अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी जल्द ही हिस्सा लेगी.
राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतकर प्रीति ने केवल खुद को साबित किया है, बल्कि लोगों के सामने यह उदाहरण भी पेश किया है कि अगर हौसला और हिम्मत हो तो अपने सपनों को पूरा करने के लिए आपकी राह में कोई परेशानी नहीं आ सकती.
अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप शामिल होगी प्रीति
राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने के बाद अब प्रीति 2021-22 के फरवरी माह में दुबई में होने वाली अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी हिस्सा लेगी. जिसके लिए प्रीति ने अभ्यास भी शुरू कर दिया है. दरअसल, फिंगेश्वर विकासखण्ड तहत आने वाले बरभाठा गांव की रहने वाली प्रीति यादव जन्म से ही दोनों आंखों से दृष्टिबाधित है. लेकिन उसकी यह कमजोरी कभी उसके सपनों के आगे आड़े नहीं आई. प्रीती ने अपने हौसले से अपने सपनों को पूरा करने की लगन उन्हें इस मुकाम तक ले आयी.

9 पदक जीत चुकी है प्रीति
प्रीति अब तक एथलेटिक्स में 9 पदक अपने नाम कर चुकी है. प्रीति जिले की एकमात्र ऐसी दिव्यांग युवती है, जिन्होंने 2011-12 से लेकर अब तक पिछले 10 सालों से राष्ट्रीय पैरा एथिलेटिक्स और सिनीयर राष्ट्रीय पैरा एथिलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेकर दौड़, लम्बी कूद और गोला फेंक जैसे एथलेटिक्स में कई बार पदक हासिल किए हैं. छत्तीसगढ़ के खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने प्रीति को 2020-21 में शहीद पंकज विकम खेल सम्मान हेतु चयनित किया है. जिसे आगामी दिनों में खेल अलंकरण समारोह वर्ष 2020-21 में प्रदान किया जायेगा.
बैंगलोर में करेगी अभ्यास
प्रीति ने अपनी इस उपलब्धि के बाद आत्मविश्वास के साथ कहा कि 2021-22 के फरवरी माह में दुबई में होने वाले अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप चयनित खेल प्रतियोगिता में शामिल होने अभ्यास शुरू कर दिया है. कल 09 अक्टूबर से वे साई सेंटर बैंगलोर में रहकर अभ्यास करेगी. प्रीति यादव खेल के साथ-साथ पढ़ाई भी कर रही हैं, प्रीति बीए अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही है जबकि 02 वर्षीय विशेष शिक्षा में डीएड दृष्टि बाधित/ब्रेल लिपि संबंधित कोर्स पूरा हो चुका है. जिसके बाद वह भारतीय पुर्नवास परिषद् की पंजीकृत सदस्य भी है. बहरहाल प्रीति यादव विशेष शिक्षिका के रूप में स्वैच्छिक मानदेय पर अपनी सेवाएं भी दे रही है.