
लगातार मोबाइल या टीवी पर वेब सीरीज या टीवी शो देखना ड्रग्स की लत जैसा खतरनाक माना गया है. इसके कई ऐसे दुष्प्रभाव हैं जिसका सम्बन्ध हमारे मस्तिष्क से है.
स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने हमारे टीवी देखने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। अब आप इन प्लेटफॉर्म्स के जरिये हजारों टीवी शो, फिल्मों और डॉक्यूमेंट्रीज तक पहुंच के साथ, दिन हो या रात, किसी भी समय, कमर्शियल-फ्री, अपनी इच्छानुसार कुछ भी देख सकते हैं। तेज इंटरनेट, स्मार्ट गैजेट्स और नेटफ्लिक्स, अमेज़ॅन प्राइम के साथ ही हुलु जैसे प्लेटफार्म्स तक आसान पहुंच के कारण बिंज-वॉचिंग (Binge Watching) एक सामान्य घटना बन गई है। लेकिन वास्तव में बिंज-वॉचिंग होता क्या है? सरल भाषा में कहें तो जब आप लगातार घंटों तक कोई टीवी शो देखते हैं, और अपने बाकी सभी कामों को भूल जाते हैं, तो इसे बिंज वॉचिंग कहते हैं।
नेटफ्लिक्स के कुछ आंकड़ों के मुताबिक, इसके कुल 61% उपयोगकर्ता समय-समय पर अपने पसंदीदा टीवी शो देखते हैं। इसलिए, दुनिया भर में बहुत से लोग बिंज वॉच टीवी शो देखते रहते हैं। निस्संदेह अपने पसंदीदा शो के एक के बाद एक बार-बार एपिसोड देखना बहुत अद्भुत लगता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है इसका आपके मस्तिष्क के कार्य पर क्या प्रभाव पड़ता है? जैसा कि हम सभी जानते हैं घंटों तक लगातार स्क्रीन के आगे बैठे रहने से हमारी आंखों पर इसका बेहद गंभीर प्रभाव पड़ता है, लेकिन क्या आप जानते हैं यह आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी एक बड़ा खतरा है? लेख में हम आपको बता रहे हैं कि बिंज वॉचिंग का आपके मस्तिष्क पर क्या प्रभाव पड़ता है।
बिंज वॉचिंग के मस्तिष्क पर प्रभाव – Binge Watching And Mental Health
डॉ. रेनी कैर (Dr. Renee Carr), एक क्लीनिकल मनोवैज्ञानिक बताती हैं कि “अच्छा लगना” हमारे मस्तिष्क में निकलने वाले रसायनों के कारण होता है। वह बताती हैं कि, जब हम बिंज वॉचिंग जैसी मनोरंजक गतिविधियों में लगे होते हैं, तो हमारा मस्तिष्क डोपामाइन छोड़ता है, यह एक हैप्पी हॉर्मोन है जो हमें खुशी का अहसास कराता हैं। डोपामाइन ब्रेन (Brain) में मौजूद एक ऐसा कैमिकल है जिसको घटने बढ़ने से हम खुश या उदास होते हैं।