
Brother-in-law sold land worth crores of dead person
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में फर्जी तरीके से जमीन बेचने का एक बड़ा मामला सामने आया है. जीजा-साले की ठग जोड़ी ने एक मृत व्यक्ति की करोड़ों रुपयों की कीमती जमीन फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेच दी.
आरोपी जीजा-साले ने पहले फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए. उसके बाद मृतक की जगह दूसरे व्यक्ति को खड़ा कर करोड़ों की जमीन का सौदा कर दिया. मृतक मूलत: झारखंड का रहने वाला है. मामले का खुलासा तब हुआ, जब मृतक की पत्नी जमीन का पता लगाने झारखंड से रायपुर पहुंची. पूछताछ में पता चला कि जमीन अब दूसरे के नाम पर हो चुकी है. ये सुनकर महिला के होश उड़ गए.
महिला ने मामले की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने जांच के बाद मामले में जीजा-साले समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बीते शुक्रवार को पुलिस ने मामले में खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार एक मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार किया गया है. मृत व्यक्ति की जमीन का मुख्तारनामा तैयार कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया. रायपुर की तेलीबांधा थाना पुलिस के मुताबिक मास्टर माइंड राजेंद्र कुमार अग्रवाल है. मृतक मुख्य आरोपी का पड़ोसी था. उसके साथ ही 10 लोग इस मामले में आरोपी हैं. जमीन का असली मालिक काशी प्रसाद चौधरी है, जो झारखंड निवासी थे, अप्रैल 2021 में उनकी मौत हो चुकी है.
इस तरह खुला राज
रायपुर पुलिस के मुताबिक झारखंड निवासी मृतक की लाभांडी रायपुर में करोड़ों की जमीन है. मृतक की पत्नी निर्मला देवी चौधरी ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके पति काशी प्रसाद चौधरी की अप्रैल 2021 में मौत हो गई. जब वो रायपुर आकर अपने पति के नाम की लाभांडी स्थित करोड़ों की 0.097 हेक्टेयर जमीन की पतासाजी की तो उनकी जमीन रायपुर के गायत्री नगर निवासी अनिता दीक्षित के नाम मिली. गड़बड़ी को भांपते हुए मामले की शिकायत पीड़िता ने अपने दोनों बेटों के साथ जाकर तहसीलदार और पुलिस से की, तब पूरे मामले का खुलासा हुआ.
जीजा-साले ने रची थी साजिश
पुलिस ने बताया कि उनके पड़ोसी राजेन्द्र कुमार अग्रवाल और अवधेश गुप्ता जो रिश्ते में जीजा साले हैं. पड़ोसी होने के नाते उन्हें पता था कि काशी प्रसाद की कोई संतान नहीं है और रायपुर में उनकी करोड़ों रुपयों की जमीन है. उन्होंने ठगी की पूरी वारदात की साजिश रची. उन्होंने रायपुर आकर उमेश, शिवदास गुप्ता के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किया. उसके बाद यूपी से बुलाकर एक अधेड़ को फर्जी काशी प्रसाद चौधरी बनाकर रजिस्ट्री ऑफिस में खड़ा कर दिया.
50 लाख में बेच दी थी जमीन
जमीन को फर्जी तरीके से 50 लाख रूपए में बेच दी गई. जांच में ये सभी तथ्य सामने आने के बाद तेलीबांधा थाना पुलिस ने गैंग के सभी 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस इस पूरे मामले में फरार कई और शातिर आरोपियों की तलाश में लगी हुई है. पुलिस ने शिवदास मानिकपुरी, शिवदास गुप्ता, गणेश अग्रवाल, अवधेश गुप्ता, उमेश कुमार गुप्ता, राजेन्द्र कुमार अग्रवाल, जितेन्द्र यादव उर्फ जीतू, अभिषेक कुमार सोनी, गिरीश कुमार वर्मा उर्फ गोलू, योगेश यादव को गिरफ्तार किया है.