
डेराबस्सी के गांव बहादुरगढ़ में हिंदू देवी देवताओं की मर्तियों के साथ किसी ने छेड़छाड़ कर उन्हें खंडित कर दिया। मुर्तियों को खंडित किए जाने से ग्रामीणों समेत इलाके में रोष है। वहीं इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है।
डेराबस्सी के गांव बहादुरगढ़ में हिंदू देवी देवताओं की मर्तियों के साथ किसी ने छेड़छाड़ कर उन्हें खंडित कर दिया। मुर्तियों को खंडित किए जाने से ग्रामीणों समेत इलाके में रोष है। वहीं इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। बहादुरगढ़ गांव डेराबस्सी से सात किमी दूर है। दरअसल यह मूर्तियां पूजास्थल पर स्थापित करने के लिए लाई गई थीं। मौके पर पुलिस सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे हैं। जोड़ वाले बाबा नाम के इस पूजा स्थल के संचालकों ने इस घटना का आरोप गांव की सरपंच के पति सहित अन्य लोगों पर लगाया है।
आरोप के मुताबिक कपड़ों में लपेटी गईं मूर्तियों को गांव की सरपंच के पति व उसके समर्थकों ने रात के अंधेरे में डंडे से खंडित किया है। वहीं, सरपंच ने इस घटना के लिए उनके पति पर लगे आरोपों से इन्कार करते हुए मामले की पूरा जांच कराने की मांग की है। तनाव बढ़ने पर जहां अकाली एमएलए एनके शर्मा समेत हिंदू संगठन विरोध जताने पहुंचे, वहीं डेराबस्सी के डीएसपी, एसएचओ समेत काफी तादाद में पुलिस बल मौके पर तैनात है और घटना की जांच की जा रही है है।
जानकारी मुताबिक गांव में गुरुद्वारा साहब के समीप जोहड़ वाले बाबा की दरगाह है जहां गांव का ही हरिजन व्यक्ति हर वीरवार को चौंकी भरता है। इस शामलात जगह पर श्रद्धालुओं के लिए एक शेड भी बनाई गई है और काली माता, हनुमान समेत चार मूर्तियां यहां पहुंचाई गई थी, जिन्हें पहले नवरात्र पर स्थापित किया जाना था। इसका विरोध करने वाले गांव सरपंच के पति समेत उसके समर्थकों और संचालकों के बीच बीती बहस भी हुई थी और सुबह हनुमान और काली माता की मूर्ति खंडित पाई गई। इस पर संचालकों ने सरपंच के पति कुलबीर सिंह और समर्थकों पर आरोप लगाया और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। एनके शर्मा ने इस घटना की निंदा करते हुए उसे हलके के एक बड़े कांग्रेस नेता के इशारे किया गया काम बताया। उन्होंने पुलिस से इसकी जांच की भी मांग की।
उधर, कुलबीर सिंह ने कहा कि मूर्तियां खंडित करने की कार्रवाई से वे भी आहत हैं। वे मूर्तियां स्थापित करने के विरोध में जरूर हैं क्योंकि शामलात जगह पर शेड निर्माण करने के बाद बिना पंचायत को विश्वास में लिए मूर्तियां स्थापित की जा रही थीं। यही काम कानूनी तरीके से पंचायती प्रस्ताव पास कराके जगह लेकर की जा सकती थी। उन्होंने कहा कि वे किसी धर्म के खिलाफ नहीं है लेकिन इस घिनौनी कार्रवाई के लिए जानबूझकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है।
डीएसपी गुरबख्शीश मान को सरपंच ने बताया कि शेड बनाकर उसके बाहर लगा ताला उसने नाजायज कब्जा रोकने के लिए खोला था। डीएसपी गुरबख्शीश ने कहा कि मूर्तियां खंडित किए जाने की जांच की जा रही है। वे मामला उच्चाधिकारियों के नोटिस में ला चुके हैं और बनती कानूनी कार्रवाई जरूर की जाएगी। फिलहाल, भाईचारे का माहौल कायम रखने के लिए पुलिस तैनात कर दी गई।