
कट्टा खरीदने के लिए 15 वर्षीय छात्र का अपहरण करने वाले आरोपियों को पुलिस ने वारदात करने के कुछ ही घंटों बाद धर दबोचा। मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले का है, जहां अपहरण की घटना को अंजाम देने के तीन घंटे के भीतर ही पुलिस सात अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर छात्र को बरामद करने में सफल रही।
बिलासपुर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी ने बताया कि शहर के करीब तखतपुर थाना के थानेदार को मंगलवार की शाम छात्र के परिजनों ने सूचना दी थी कि छात्र ट्यूशन के बाद अभी तक घर नहीं लौटा है। बाद में जानकारी मिली कि छात्र की मां को एक अनजान नंबर से फोन आया है जिसमें आरोपियों ने छात्र का अपहरण होने और उसके सकुशल वापसी के एवज में 10 लाख रुपये फिरौती की मांग की है।
आरोपियों ने छात्र की मां को धमकी दी थी कि फिरौती की रकम नहीं मिलने पर उनके बेटे की हत्या कर दी जाएगी। डांगी ने बताया कि छात्र के अपहरण की जानकारी मिलने के बाद बिलासपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने छात्र और आरोपियों की तलाश के लिए दल का गठन किया तथा क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई।
साथ ही छात्र की मां को आए फोन कॉल भी जांच की गई। कुछ देर बाद पुलिस को दो आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली। उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने सकरी क्षेत्र के सैदा गांव के एक खंडहरनुमा मकान से अपहृत छात्र को सकुशल बरामद कर लिया।
वहीं अपहृत छात्र के साथ मौजूद अन्य पांच आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपियों से मोबाइल, मोटरसाइकिल और चाकू बरामद किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो आरोपी छात्र के गांव के हैं तथा अन्य बिलासपुर और मुंगेली शहर से हैं।
जब अपहरकर्ताओं से पूछताछ की गई तब उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपराध की दुनिया में कदम रखने के लिए कट्टा खरीदने की योजना बनाई थी। कट्टे के पैसे के लिए उन्होंने छात्र का अपहरण कर फिरौती की मांग की थी। डांगी ने बताया कि पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तथा मामले की जांच की जा रही है।