
चारामा। स्कूलों में भी शिक्षक शराब पीकर आने लगे हैं, जिससे शिक्षा के मंदिर को शर्मशार करने से नहीं चूक रहें हैं। ऐसा ही ताजा मामला ब्लाक मुख्यालय चारामा का है, जहां के माडल इंग्लिश मीडियम स्कूल में यह मामला सामने आया है।
26 नवंबर को प्रबंध समिति की मासिक बैठक रखी गई थी, जिसमें प्रबंध समिति के पदाधिकारी व पालक दोपहर एक बजे पहुंचे थे कि संस्था के कार्यालय में इसी स्कूल में पदस्थ शिक्षक पंकज कुमार उइके शराब के नशे में बेसुध मिला, जिसे देखते ही पालक भड़क गए। देखते ही देखते ही इसकी खबर पूरे नगर सहित आसपास फैल गई।
शिक्षक व पालकों ने नशे में बेसुध शिक्षक को उठाने का प्रयास किया पर शिक्षक कुर्सी पर बेसुध होकर बैठे रहे। आखिरकार काफी प्रयासों के बाद भी शिक्षक नहीं उठ पाए। जिसके चलते विद्यार्थियों का पढ़ाई दिन भर पूरी तरह प्रभावित रहा। वहीं पालक व प्रबंध समिति प्रस्ताव पारित कर शराबी शिक्षक पर कार्रवाई की बात पर अड़े रहे। इस मामले में उनके द्वारा खण्ड शिक्षा अधिकारी चारामा को भी इस बारे में सूचना दी गई, पर करीब दो घंटे बाद भी खंड शिक्षा अधिकारी उस स्कूल पर नहीं पहुंच पाए। हालांकि कुछ देर बाद सहायक खंड शिक्षा अधिकारी भावना नरेटी स्कूल में पहुंच कर स्कूल के स्टाफ, पालकों व बच्चों से जानकारी ली। उनके द्वारा सोमवार तक उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
प्रबंध समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर सोनकले, पार्षद शिव सोनकर, समिति के उपाध्यक्ष सत्येन गुप्ता, पालक रुख्मणी सिन्हा, पद्मा साहू, दुलेश्वरी साहू, संगीता सोनकर, रितु सोनकर, भागीराम साहू, नीरज साहू, अंगद साहू, दुर्गाप्रसाद वर्मा, मधु सोनकर, अशोक रजक, महेश्वरी देवांगन ने बताया कि बीते वर्ष कोरोना के चलते स्कूलें बंद थी ,जिससे बच्चों की पढ़ाई बर्बाद हो गई। अब स्कूल खुलने के बाद बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं,तब ऐसे शराबी शिक्षक के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
साथ ही स्कूल का माहौल भी खराब हो रहा है। उनके द्वारा मांग की गई कि इस शिक्षक को तत्काल हटाकर उचित कार्रवाई की जाए। गौरतलब हो कि नगर के नाकापारा में वर्ष 2018 को शासकीय माडल इंग्लिश मीडियम स्कूल का संचालन शुरु हुआ था। जो कि वहां का भवन जर्जर होने के कारण शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला जनपद स्कूल चारामा में वर्ष 2019 से संचालन किया जा रहा है। पालकों ने बताया कि उनके द्वारा काफी दिनों से स्कूल भवन की मांग की जा रही है पर संबधित अधिकारियों द्वारा इस समस्या पर किसी तरह से पहल किया जाना जरुरी नहीं समझा जा रहा है। बहरहाल, प्रबंध समिति व पालक इस शराबी शिक्षक को हटाने की मांग कर रहे हैं। अब देखना होगा कि इस मामले पर जिम्मेदार अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं।