
मस्तूरी क्षेत्र में हिर्री में दशहरा पर्व के दौरान किसी ने रावण के पुतले को समय से पहले ही जला दिया। इससे पहले गांव में रावण बनाने वाले कारीगर से पूर्व सरपंच का विवाद हुआ था। इस पर ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच पर रावण जलाने का आरोप लगाया। इसकी भनक लगते ही मस्तूरी पुलिस गांव में पहुंच गई। पुलिस ने पूर्व सरपंच और उसके साथियों को हिरासत में ले लिया। इस बीच गांव वालों ने दूसरा पुतला बनाकर इसमें पूर्व सरपंच की तस्वीर लगा दी।
मस्तूरी क्षेत्र के हिर्री ग्राम पंचायत के सरपंच गोविंद राम केंवट ने बताया कि गांव वालों ने मिलकर दशहरा पर्व पर रावण का पुतला बनवाया था। रावण दहन शाम छह बजे होना था। इससे पहले ही किसी ने रावण के पुतले में आग लगा दी। इसकी जानकारी मिलने पर गांव के लोग आक्रोशित हो गए। इसकी जानकारी होने पर मस्तूरी पुलिस भी गांव में पहुंच गई। पूछताछ में पता चला कि गांव के पूर्व सरपंच जगदीश साहू का रावण बनाने वाले कारीगर हीरालाल साहू से विवाद हुआ था।
गांव वालों ने आशंका जताई की पूर्व सरपंच ने ही रावण के पुतले में आग लगाई है। इस पर पुलिस पूर्व सरपंच जगदीश साहू, नागेश्वर साहू और हीरा साहू को पकड़कर थाने ले आई। वहीं, गांव वालों को भी थाने बुलाया। इस बीच गांव वालों ने आनन-फानन में रावण का दूसरा पुतला बनवाया। बताया जाता है किसी ने रावण दहन के पहले पुतले में पूर्व सरपंच की तस्वीर भी लगा दी। पूछताछ के बाद पुलिस ने पूर्व सरपंच और उसके साथियों को छोड़ दिया। मस्तूरी थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में गांव वालों की ओर से कोई गवाह नहीं मिलने के कारण पूर्व सरपंच को छोड़ दिया गया है।