
संसदीय सचिव व महासमुंद से विधायक विनोद चंद्राकर के समर्थकों ने मंगलवार को आबकारी में लिपिक लीलाराम साहू को बुरी तरह पीटा। घटना के बाद लहूलुहान लिपिक थानेपहुंचा और लिखित शिकायत की। उधर,संसदीय सचिव चंद्राकर ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पी़िड़त लिपिक लीलाराम साहू ने पुलिस को दी शिकायत कहा है कि कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिला आबकारी कार्यालय में मंगलवार सवा 12 बजे अपने कक्ष में काम कर रहा था। उसी समय विधायक विनोद चंद्राकर अपने सर्मथक बबलू हरपाल और दीपक ठाकुर के साथ पहुंचे। उन्होंने पूछा तुम कौन हो? जैसे ही उसने परिचय दिया, विधायक के निर्देश पर बबलू, दीपक सहित अन्य उसे पीटने लगे। उसे लहूलुहान देखकर सहायक आबकारी अधिकारी ने जिला आबकारी अधिकारी विजय सेन शर्मा को सूचित किया। वे आए और विधायक समर्थकों से उसे बचाया।
साथ ही विधायक विनोद चंद्राकर, बबलू हरपाल, दीपक ठाकुर व अन्य को कमरे से बाहर किया। लीलाराम ने बताया कि एएसपी मेघा टेंभुरकर ने उसे जांच के लिए भेजा। उसे इलाज के लिएरायपुर रेफर किया गया है।
जिला आबकारी कार्यालय में मारपीट की घटना हुई है। पीड़ित का शिकायत आवेदन मिला है। सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। फिलहाल मामला दर्जनहीं किया गया है।
मेघा टेंभुरकर साहू, एएसपी महासमुंद।
मैंने मारपीट नहीं की, बचाव कर रहा था : विनोद
संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने मारपीट के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वह दिशा समिति की बैठक में शामिल होने के लिए समय से पहले पहुंच गए थे। इस दौरान वे आबकारी दफ्तर पहुंचे। वहां अफसर और उनके समर्थक के बीच पुराने विवाद को लेकर झगड़ा शुरू हो गया।
उन्होंने बीच बचाव किया, इस दौरान समर्थक के कड़े से अधिकारी के चेहरे पर चोट आ गई।