
दीपावली (Diwali 2021) की सजावट में शुभता का प्रतीक माने जाने वाले वंदनवार का विशेष महत्व होता है। यदि वास्तु नियमों के अनुसार दिशाओं और रंगों को ध्यान में रखकर वंदनवार का चयन किया जाए तो इसके शुभ फलों में और भी वृद्धि होती है और निश्चित रूप से हमारे जीवन में खुशियां, सफलता और समृद्धि का वास होता है।
आगे जानिए वंदनवार से जुड़ी खास बातें.
1. आम, पीपल और अशोक के नए कोमल पत्तों की माला को वंदनवार कहा जाता है। इसे दीपावली पर मुख्य दरवाजे के ऊपर बांधना चाहिए। इस संबंध में मान्यता है कि सभी देवी-देवता इन पत्तियों की महक से आकर्षित होकर घर में प्रवेश करते हैं।
2. वंदनवार का चयन घर की दिशा अनुसार, रंगों और आकार को ध्यान में रखकर करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है। यदि आपके घर का मुख्य द्वार पूर्व में है तो हरे रंग के फूलों और पत्तियों का वंदनवार लगाना सुख-समृद्धि को आमंत्रित करता है।
3. धन की दिशा उत्तर के मुख्य द्वार के लिए नीले या आसमानी रंग के फूलों का वंदनवार लटकाना चाहिए। यदि घर का प्रवेश द्वार दक्षिण दिशा में है तो लाल, नारंगी या इससे मिलते-जुलते रंगों से द्वार को सजाना चाहिए।
4. पश्चिम के मुख्य द्वार के लिए पीले रंग के फूलों के वंदनवार लाभ और उन्नति में सहायक होंगे। इस बात का ध्यान रखें कि जैसे ही वंधनवार के फूल या पत्तियां मुरझाएं, उन्हें तुरंत हटा देना चाहिए।
5. आज-कल बाजार में रेडिमेड वंदनवार आसानी से मिल जाते हैं। ये कई प्रकार की धातु, प्लास्टिक, लकड़ी व अन्य चीजों से बने होते हैं और बहुत ही सुंदर दिखाई देते हैं। घर को सुंदर दिखाने के लिए हम इन्हें लगा तो लेते हैं, लेकिन इसमें भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिे।
6. पश्चिम और उत्तर दिशा के द्वार पर धातु का वंदनवार लगाया जा सकता है। इसी प्रकार उत्तर, पूर्व और दक्षिण दिशा में बने प्रवेश द्वार पर लकड़ी का वंदनवार लगाया जा सकता है, लेकिन पश्चिम दिशा में लकड़ी से बने वंदनवार को लगाने से बचना चाहिए।