
गुवाहाटी : रजनीगंधा हानिकारक रसायनों जैसे हानिकारक रसायनों से ‘पूर्ण’ है – मैग्नीशियमकार्बोनेट। रजनीगंधाधरमपाल-सत्यपाल ग्रुप ऑफ कंपनी का लाइसेंस भारत सरकार ने रद्द कर दिया है। रजनीगंधा आपने इस फूल को आम तौर पर नहीं देखा होगा, लेकिन नजारा इतना दुर्लभ भी
नहीं है। आधिकारिक सूत्र ने बताया कि भारतीय खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा रजनीगंधा, धरमपाल-
सत्यपाल ग्रुप ऑफ कंपनी पर देश की कुल 106 स्टॉकेज भंडारे में छापामार कार्रवाई कर देश की
सबसे बड़ी पान मसाला पाउच के जो बड़ी चौकाने वाली है 9.674 प्रतिशत मैग्नीशियम कार्बोनेट मिला। बताते चलें कि रजनीगंधा पान मसाले में पाए गए मैग्नीशियम कार्बोनेट से कैंसर और हाइपर
मैग्नीशिया जैसे रोगों की आशंका प्रबल हो जाती है। यदि आप भी नियमित रूप से ‘पान मसाला’
चबाने वाले हैं, तो आपके लिए इस तथ्य को पचाना काफी भारी होगा कि स्वादिष्ट रजनीग
हानिकारक रसायनों जैसे हानिकारक रसायनों से ‘पूर्ण’ है – मैग्नीशियम कार्बोनेट। इसलिए भारत सरकार ने इसे बैंड करने का फैसला किया है और रजनीगंधाधरमपाल-सत्यपाल ग्रुप ऑफ कंपनी
का लाइसेंस भारत सरकार ने रद्द कर दिया है। रजनीगंधाका उत्पादन गुवाहाटी के बामनमीदम
स्थित धरमपाल-सत्यपाल ग्रुप फैक्ट्री में हुआ है। अब भारतीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण और मानक
प्राधिकरण द्वारा की गई जांच में रजनीगंधामें मैग्नीशियम-कार्बोनेट की उपस्थिति का पता चला
है। मैग्नीशियम कार्बोनेट मानव शरीर के लिए हानिकारक है, रजनीगंधाके साथ मिलाया जाने वाला विषैला पदार्थ स्मृति और दृष्टि के खोने को प्रभावित करता है। इस जांच के बाद रजनीगंधा के
पचास लाख से अधिक कार्टून जब्त किए गए हैं और धरमपाल-सत्यपाल का लाइसेंस इस क्षेत्र में
संचालित करने के लिए रद्द कर दिया गया है।
रजनीगंधा का लाईसेंस रद्द होने के बाद कार्रवाई जारी है
रजनीगंधा का लाईसेंस रद्द होने के बाद कार्रवाई जारी है लाइसेंस निरस्त होने के बाद अब से डीएस
ग्रुप रजनीगंधा पेश नहीं कर पाएगा। कोलकाता की राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला में रजनीगंधामें
मैग्नीशियम कार्बोनेट की मौजूदगी का पता चला। गाजियाबाद में किए गए बाद के परीक्षणों में भी
इसकी पुष्टि हुई। यह जानकारी मिलने के बाद अब बाजार में और उपभोक्ता के बीच काफी सनसनी
है। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि लाइसेंस रद्द होने के बाद अब से डीएस ग्रुप रजनीगंधा पेश
नहीं कर पाएगा। कोलकाता की राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला में रजनीगंधा में मैग्नीशियम कार्बोनेट
की मौजूदगी का पता चला। गाजियाबाद में किए गए बाद के परीक्षणों में भी इसकी पुष्टि हुई। यह जानकारी मिलने के बाद अब बाजार में और उपभोक्ता के बीच काफी सनसनी है। इस बात का
ध्यान रखा जाएगा कि सरकार सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरा पैदा करने वाले ऐसे उत्पादों के
खिलाफ कितनी सख्ती से कार्रवाई करती है।