
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के शीशगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत टांडा छंगा जंगल में रविवार सुबह उत्तराखंड के सितारगंज निवासी एक युवक का शव पेड़ से लटका मिला.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पेड़ से नीचे उतरवाया और तलाशी ली. पुलिस को युवक का मोबाइल फोन उसकी जेब में मिला. फोन से पता चला कि युवक ने आत्महत्या करने से पहले एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया था, जिसमें वह अपनी पत्नी, सास, ससुर और साले को खुदकुशी करने पर मजबूर करने के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
प्रधानमंत्री से ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
वीडियो में युवक ने प्रेम विवाह नहीं करने की सलाह दी है और प्रधानमंत्री से अपने ससुराल पक्ष वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. मोबाइल से ही युवक की शिनाख्त हुई. युवक की पहचान उत्तराखंड के सितारगंज निवासी नवी अहमद के बेटे शानू के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक युवक ने बरेली देहात के शीशगढ़ थाना निवासी शमा से कुछ साल पहले प्रेम विवाह किया था. शानू और शमा की एक बेटी भी है. कुछ महीने पहले पति और के बीच झगड़ा हुआ तो शमा बेटी को लेकर मायके चली आई.
पत्नी को लेने आया, ससुरालियों ने बेजइज्जत कर भगाया
आत्महत्या करने से पहले बनाए वीडियो में शानू ने बताया है कि वह कई बार अपनी पत्नी शमा को लेने ससुराल आया, लेकिन उसने साथ आने से मना कर दिया. उसने अपने ससुर, सास, साला और साले की पत्नी पर परेशान और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. शानू बीते शनिवार को अपनी पत्नी शमा को अपनी ससुराल से अपने घर ले जाने आया था. ससुरालियों ने उसे प्रताड़ित और बेजइज्जत कर भगा दिया. आहम शानू अपने घर नहीं लौटकर शीशगढ़ के टांडा छंगा जंगल पहुंचा. यहां खुदकुशी से पहले वीडियो बनाया और पत्नी समेत ससुरालियों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया.
वीडियो में उसने प्रधानमंत्री से अपील की कि उसे न्याय मिलना चाहिए और पत्नी समेत ससुराल वालों को सजा होनी चाहिए. इतना ही नहीं, युवक ने वीडियो में लोगों से अपील की है कि उसने प्रेम विवाह किया था और यह उसकी बहुत बड़ी गलती थी. कभी प्रेम विवाह नहीं करना चाहिए. युवक का आरोप है कि उसे उसकी मासूम बेटी से भी मिलने नहीं दिया जाता था. पुलिस ने मृतक के मोबाइल फोन से मिले इस वीडियो का संज्ञान लेकर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है.