
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने हालांकि दूसरी पारी में निराश किया और 174 रन के स्कोर पर ऑलआउट हो गई।
लेकिन पहली पारी के बढ़त के आधार पर उसने दक्षिण अफ्रीका के सामने 305 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में खबर लिखे जाने तक दक्षिण अफ्रीका ने 74 रन पर अपने तीन विकेट गंवा दिए।
मैच में चौथे दिन एक अजीब वाकया देखने को मिला जिसकी वजह से खेल को थोड़ी देर के लिए रोकना पड़ा। दरअसल दक्षिण अफ्रीका की टीम जब दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई तो कप्तान विराट कोहली के साथ पूरी टीम इंडिया ने खेल ही शुरू नहीं होने दिया। भारतीय खिलाड़ियों ने गेंदबाजी के लिए दी गई कूकाबुरा गेंद को पुरानी बताते हुए उसे बदलने की मांग की। इसकी वजह से लगभग 10 मिनट तक खेल रुका रहा। इस दौरान कोहली और कई अन्य खिलाड़ी मैदानी अंपायर मराइस इरासमस से बहस करते नजर आए। हालांकि इसके बाद मैदान पर नई गेंद का डिब्बा लाया गया और कप्तान कोहली ने अश्विन और अन्य गेंदबाजों के साथ मिलकर हर गेंद को अच्छी तरह से परखा। उन्होंने गेंदबाजी के लिए एक गेंद चुनकर अपनी टीम को दी और फिर खेल को दोबारा से शुरू किया गया।
इस पूरी घटना को देखते हुए कमेंटेटर व पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर का कहना था कि हर गेंद के रंग और बैलेंस में फर्क हो सकता है। इसलिए भारतीय टीम नई गेंद की मांग कर रही थी। उन्होंने बताया कि हमारे समय में कपिल देव खुद गेंद का चुनाव करते थे।