
शहर से लगे ग्राम सोनपुरकला निवासी वंश उर्फ वासु विश्वकर्मा 19 वर्ष ने अपहरण की झूठी कहानी रची थी। पब्जी गेम खेलने की लत के कारण पहले बाइक बेच चुके युवक द्वारा घर से 15 हजार रुपये भी लिए गए थे।
पैर में रस्सी बांधकर तथा दोनों हाथ पीछे बंधा हुआ तथा मुह में सेलो टेप चिपका नग्न हालत में प्रताड़ित किए जाने संबंधी वीडियो, स्वजन के पास भेज चार लाख रुपये फिरौती की मांग भी की थी लेकिन उसकी चालाकी सफल नहीं हो सकी। मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर सरगुजा की पुलिस टीम ने उसे बिलासपुर के एक होटल से धर दबोचा। स्वजन को समझाइश देकर युवक को सौंप दिया गया है। युवक के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि बीते दस दिसंबर 2021 की सुबह नौ बजे शंकरघाट सोनपुर कला निवासी नवयुवक वंश उर्फ वासु विश्वकर्मा 19 वर्ष घर से निकला था। उसके बाद वह वापस नहीं लौटा। स्वजन ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने गुम इंसान का मामला दर्ज कर खोजबीन शुरू की तो पता चला कि गुमशुदा युवक पब्जी गेम, मोबाइल में खेलने का आदी था। उसे मोबाइल में पब्जी गेम खेलने का जुनून था जिसके लिए वह अपनी तथा परिवार की गाढ़ी कमाई बर्बाद भी कर रहा था। युवक वंश विश्वकर्मा अपनी पल्सर बजाज मोटर साइकिल भी पब्जी गेम की लत व दांव में पैसे लगाने के लिए हाल ही में तीस हजार रुपये में बेच दिया था। शहर के एक मोबाइल दुकान से पब्जी खेलने के लिए नया सिम भी खरीदा था ताकि खेल में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो। लाखों का दांव लगाकर एक करोड़ का गेम जीतने के फिराक में था। इसी लत के चर में घर से 15 हजार रुपये लेकर भाग गया था। युवक की खोजबीन परिचितों, रिश्तेदारों के पास भी की गई थी लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। उसकी खोजबीन के लिए मोबाइल के आधार पर सायबर सेल से लोकेशन प्राप्त किया गया था।
स्वजन से आवाज बदलकर मांगी चार लाख की फिरौती-
पुलिस की जांच जारी थी उसी दौरान लापता युवक ने स्वयं के अपहरण की साजिश रची। खुद के पैर में रस्सी बांधकर तथा दोनों हाथ पीछे बांध, मुंह में सेलो टेप चिपका नग्न हालत में प्रताड़ित किए जाने संबंधी वीडियो स्वजन के पास भेजा था। खुद के मोबाइल से आवाज बदलकर वाइस काल कर स्वजन से ही चार लाख फिरौती की मांग की थी।
अपहरण की आशंका पर जांच से खुला राज-
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि प्रताड़ना का वीडियो और फिरौती की मांग पर अपहरण के बिंदु से जांच शुरू की गई। एसपी अमित कांबले के मार्गदर्शन में सायबर सेल से उप निरीक्षक ओपी यादव, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह तथा कोतवाली से उपनिरीक्षक अशोक मिश्र तथा आरक्षक धनेश्वर पैकरा के साथ संयुक्त टीम गठित कर नगर निरीक्षक राहुल तिवारी द्वारा लापता की खोजबीन के लिए सायबर की टीम से सतत सहयोग लिया गया तो बिलासपुर के एक होटल से वह पकड़ा गया।
होटल में रुका था युवक-
लापता युवक के टावर लोकेशन तथा पिछले एक वर्ष का रिकार्ड खंगालने तथा थाना सिविल लाइन बिलासपुर के नगर निरीक्षक से पर्याप्त बल प्राप्त कर बिलासपुर शहर के होटल, लाज धर्मशाला की जांच की गई। 100-150 संभावित ठिकानों पर दबिश दिए जाने के पश्चात उसे होटल टोपाज से बरामद कर अंबिकापुर लाया गया।
पुलिस ने माना अपराधिक कृत्य-
एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि युवक के पब्जी खेल के लत तथा उसके जुनून से उठाया गया कृत्य अपराधिक कृत्य है। उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई ताकि युवक को नसीहत मिल सके तथा युवा वर्ग पबजी जैसे खेल में एक जुनून की तरह खेलते हुए धन का अपव्यय कर स्वयं की जान जोखिम में डालने से बच सके। वंश विश्वकर्मा को वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उसके माता-पिता की उपस्थिति में समझाइश दी गई। स्वजन को भी बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने तथा सतर्क रहने की समझाइश दी गई।