
Makar Sankranti 2022 : हर त्योहार की तरह मकर संक्रांति भी हिंदू धर्म में काफी उत्साह के साथ मनाई जाती है. इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है. देश के विभिन्न राज्यों समेत विदेशों में भी इस त्योहार को अलग-अलग तरह से मनाया जाता है.
इस त्योहार पर दान करने और तिल-गुड़ (Sesame-Jaggery) का सेवन करने का काफी महत्व है. इस दिन घरों में तिल-गुड़ के लड्डू (Sesame-Jaggery Laddus) बनाए जाते हैं.
तिल के लड्डू जितने स्वादिष्ट (Tasty) होते हैं, उतने ही पौष्टिक (Nutritious) भी होते हैं. तिल और गुड़ में काफी सारे ऐसे गुण होते हैं जो कि इम्यूनिटी को बढ़ाने (Boost immunity) में मदद करते हैं. अगर कोई इनका नियमित सेवन करता है तो उसकी इम्यूनिटी बढ़ सकती है, जो कि कोरोना के विभिन्न वैरिएंट (Different variants of corona) के साथ ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) से सुरक्षा प्रदान करने में मदद कर सकती है. तो आइए अब जानते हैं तिल के लड्डू खाने के कौन-कौन से फायदे हैं.
इम्यूनिटी बढ़ाए
तिल में जिंक काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है. जिंक के साथ आयरन, सेलेनियम, कॉपर, विटामिन बी 6 और विटामिन ई इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करते हैं. अगर कोई 30 ग्राम तिल का सेवन करता है तो उसे जिंक की रोजाना की जरूरत का 20 प्रतिशत जिंक मिल जाता है. वहीं दूसरी ओर गुड़ में भी जिंक पाया जाता है, इसलिए अगर कोई तिल और गुड़ के लड्डू का सेवन करता है तो उसकी इम्यूनिटी बढ़ सकती है.
शरीर को गर्म रखे
तिल और गुड़ दोनों की तासीर गर्म होती है, इसलिए इनके सेवन से शरीर गर्म बना रहता है. सर्दियों के मौसम में इनके बने लड्डू का नियमित सेवन से शरीर अंदर से गर्म रहेगा और शरीर को ठंड का अहसास नहीं होगा.
ब्लड शुगर कंट्रोल रखे
तिल में कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) काफी कम मात्रा में होता है और प्रोटीन के साथ हेल्दी फैट अधिक मात्रा में पाया जाता है. इसलिए इसका सेवन करने से ब्लड शुगर को कंट्रोल रह सकती है.
तिल में पिनोरेसिनॉल (Pinoresinol) कंपाउंड भी पाया जाता है जो पाचन एंजाइम, माल्टेज की क्रिया को रोककर ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है. लेकिन ध्यान रखें कि डायबिटीज या ब्लड शुगर की प्रॉब्लम वाले लोग तिल और गुड़ के लड्डू का सेवन न करें, तिल को एक्सपर्ट के बताए मुताबिक किसी अन्य तरीके से सेवन करें.
घुटने के दर्द में मदद करे
जोड़ों में सूजन यानी ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis) जोड़ों के दर्द का सबसे आम कारण है, जो अक्सर घुटनों को अधिक प्रभावित करता है. इसके कई कारक होते हैं, जिसमें जोड़ों को कुशन देने वाले कार्टिलेज में सूजन और उसमें तनाव शामिल होते हैं.
तिल के बीज में सेसमिन (Sesamin) नाम का यौगिक पाया जाता है, जिसमें एंटीइंफ्लामेट्री और एंटीऑक्सीडेंट (Anti-inflammatory and antioxidant) प्रभाव होते हैं. यह घुटने के कार्टिलेज को सुरक्षित रखता है जिससे घुटने के दर्द को कम करने में मदद मिलती है.
थायरॉयड में फायदेमंद
बिना छिलके वाले और छिलके वाले तिल के बीजों में सेलेनियम (Selenium) काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है. 30 ग्राम तिल सेलेनियम की रोजाना की जरूरत का 18 प्रतिशत प्रदान करते हैं. तिल थायरॉयड हार्मोन (Thyroid hormone) बनाने में अहम भूमिका निभाता है. इसलिए अगर किसी को थायरॉयड की समस्या है तो तिल के सेवन से फायदा हो सकता है.
अन्य फायदे
इसके अलावा तिल खाने के अन्य फायदे भी हैं. जैसे : हड्डी को मजबूत कर सकता है, एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा सोर्स है, सूजन कम कर सकता है, ब्लड प्रेशर कम कर सकता है, प्लांट प्रोटीन का अच्छा सोर्स है, फाइबर का अच्छा सोर्स है आदि.
Note : अगर किसी को सेहत संबंधित कोई समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही तिल के लड्डू का सेवन करें.
Makar Sankranti 2022