
Air India Sale: कर्ज में डूबी सरकारी एयर लाइन कंपनी एयर इंडिया (Air India) की कमान किसके हाथों होगी, इसका खुलासा कल होने की संभावना है. CNBC-TV18 ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि केंद्र सरकार कर्ज में डूबी एयर इंडिया की बोली जीतने वाले का शुक्रवार को ऐलान कर सकती है. चर्चा है कि एयर इंडिया फिर से अपने पुराने मालिक टाटा ग्रुप की झोली में जा सकती है. एयर इंडिया की स्थापना टाटा ग्रुप ने की थी.
ब्लूमबर्ग (Bloomberg) की रिपोर्ट के मुताबिक, साल के आखिरी तक महाराजा यानी एयर इंडिया की कमान टाटा संस (Tata Sons) के हाथ में फिर से जा सकती है. हालांकि केंद्र सरकार ने इन बातों का खंडन किया है.
DIPAM ने कहा था कि एयर इंडिया विनिवेश (AI disinvestment) मामले में भारत सरकार द्वारा फाइनेंशियल बिड्स (financial bids) को मंजूरी देने वाली मीडिया रिपोर्ट गलत हैं. मीडिया को सरकार के फैसले के बारे में बताया जाएगा.
एकलौती सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया इन दिनों आकण्ठ कर्ज में डूबी हुई है. इस पर 58 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है. आलम ये है कि यहां काम करने वाले कर्मचारियों को समय पर वेतन तक नहीं मिल पा रहा है.
टाटा ने किया था लॉन्च
बता दें कि 1932 में जेआरडी टाटा ने एयर इंडिया को टाटा एयरलाइंस के नाम से लॉन्च किया था. 1946 में टाटा एयरलाइंस का नाम बदल कर के एयर इंडिया कर दिया गया. 1953 में सरकार ने एयर इंडिया को टाटा से खरीद लिया था. साल 2000 तक यह सरकारी एयरलाइन मुनाफे में चलती रही. लेकिन 2001 के बाद इसके बुरे दिन शुरू हो गए. इस साल कंपनी को 57 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. एयर इंडिया के घाटे को लेकर कई अधिकारियों पर गाज गिरी थी.
धीरे-धीरे घाटा बढ़ता गया और एयर इंडिया पर कर्ज चढ़ता गया. जब सरकार को कर्ज से छुटकारा पाने का कोई रास्ता नहीं सूझा तो इसे बेचने का फैसला किया गया.