
बॉलीवुड एक्टर सनी देओल का जन्म 19 अक्टूबर 1956 को पंजाब के सानेयाल गांव में हुआ था। उनका बचपन भी इसी गांव में बीता था। सनी देओल ने फिल्म बेताब से अपने करियर की शुरुआत की थी। ये एक सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्में कीं, लेकिन साल 2001 में रिलीज हुई फिल्म गदर उनके करियर में मील का पत्थर साबित हुई थी। गदर ने रिलीज के साथ ही कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे।
फिल्म के डायरेक्टर अनिल शर्मा ने इससे जुड़ा एक किस्सा भी साझा किया था। अनिल शर्मा ने बताया था, ‘गदर ऊपर वाले का एक बड़ा आशीर्वाद है। गदर के दिन में 8 शो चलते थे। बावजूद इसके 5 हजार आदमी थिएटर के बाहर रहते थे। लोग ट्रकों में भरकर थिएटर पहुंचे थे। कई बार तो ऐसा भी हुआ कि फिल्म की टिकट नहीं मिलने पर लोगों ने बवाल करना शुरू कर दिया था। एक बार मुझे किसी ने बताया कि हजार आदमियों के थिएटर में बैठने की सीट होती थी तो हजार आदमी खड़े रहते थे।’
अनिल शर्मा कहते हैं, ‘गदर जैसा करिश्मा सच में कभी-कभी ही होता है। मदर इंडिया, शोले और गदर जैसी फिल्म रोज़ाना तो बनती नहीं है। 2001 में 200 करोड़ का बिजनेस करना आसान नहीं था। कुछ क्रिटिक्स को पसंद नहीं आई थी फिल्म की कहानी तो उन्होंने वैसी ही स्टोरी की थी। लेकिन फिल्म रिलीज होने के बाद तो उन सभी क्रिटिक्स को भी इसका जवाब मिल ही गया। मेरे पास तो एक फोन आया था भुवनेश्वर से। इसमें कहा था कि जितने आदमी थिएटर में हैं उससे ज्यादा बाहर खड़े हैं। पहले तो मैं भी डर गया कि कहीं कोई दंगा तो नहीं हो गया।’
सनी देओल के साथ लगाए थे दो पेग: अनिल शर्मा ने बताया था कि वो और सनी देओल कभी ड्रिंक नहीं करते थे, लेकिन एक बार हम दोनों के बीच शर्त लग गई थी कि अगर गदर हिट हुई तो हम लोग दो पेग जरूर लगाएंगे। जब ये फिल्म सुपरहिट हुई तो हमारे लिए एक स्पेशल पार्टी का आयोजन भी किया गया। मैं और सनी साहब उस पार्टी में पहुंचे और वहां हम दोनों ने दो पेग लगाए थे।
बता दें, गदर में सनी देओल के अलावा अमीषा पटेल, अमरीश पुरी लीड रोल में नज़र आए थे। ये अमीषा पटेल की पहली फिल्म थी। इस फिल्म के बाद अमीषा ने कई फिल्मों में काम किया, लेकिन कुछ खास कमाल नहीं कर पाईं।