
फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले गैंग के दो शातिर आरोपित को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है। यह गैंग रायपुर नगर निगम की फर्जी आइडी बनाकर फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर पर देते थे। 10-10 हजार रुपये में सार्टिफिकेट बनाने के लेते थे। दोनों गिरफ्तार आरोपित चाइस सेंटर संचालक हैं।कोतवाली थाना पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ 420, 468 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इनके पास से सात लेपटाप, मोबाइल फोन और पहले से तैयार फर्जी प्रमाण पत्र जब्त किए हैं।
जानकारी के मुताबिक नगर निगम के रजिस्ट्रार जन्म मृत्यु शाखा की ओर से छह अगस्त को रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। इसमें एक बालिका का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र सामने आया था। इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट थी। पुलिस ने आरटीओ कार्यलय के पास संचालित चाइस सेंटर के संचालक युगल किशोर वर्मा और भनपुरी स्थित उमा चाइस सेंटर के संचालक नयन काबरा को पुलिस ने किया गिरफ्तार किया है। गैंग का सरगना मोहम्मद रहीमुद्दीन फरार है।
- – चाइस सेंटर चलाने वाले गैंग के दो आरोपित गिरफ्तार
- – रायपुर नगर निगम की फर्जी आइडी बनाकर फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर पर देते थे
महा रजिस्ट्रार भारत सरकार की आइडी हैक करने की संभावना
मिली जानकारी के अनुसार इस पूरे मामले का सरगना मोहम्मद रहीमुद्दीन है। उसने टेलीग्राम के द्वारा दोनों को पैसे लेकर महा रजिस्ट्रार भारत सरकार की आइडी दी थी। पुलिस को शक है कि आरोपित द्वारा महा रजिस्ट्रार भारत सरकार की आइडी को हैक किया गया इसके बाद पूरी जानकारी निकाली गई। पुलिस अब सायबर टीम की मदद ले रही है। पकड़े गए आरोपितों के टेलीग्राम के खाते की जानकारी जुटा रही है।
सावधान…चाइस सेंटर में नहीं बनता प्रमाण पत्र
सावधान रहे किसी भी चाइस सेंटर से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बताया जाता है।जनवरी से इसे बंद कर दिया गया है। कुछ लोगों को इसकी जानकारी नहीं होने की वजह से चाइस सेंटर संचालक इसका फायदा उठाते हैं और पैसे लेकर फर्जी प्रमाण पत्र दे दे रहे।