
भारत सरकार कोरोना को मात देने के लिए देशभर में तेज गति से टीकाकरण अभियान चला रही है। इस टीकाकरण प्रक्रिया के दौरान कई चौंका देने वाली घटनाएं सामने आ रही है।
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से मृत शख्स को कोरोना टीके की दूसरी डोज लगने का मामला सामने आया है। जिस शख्स के नाम पर वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट जारी किया गया है। उसकी मौत 6 महीने यानि मई में हो चुकी है।
दरअसल जिले के ब्यावरा कस्बे के कांग्रेस नेता पीडी शाक्यवार की इस साल मई में मृत्यु हो गई थी। उनके मोबाइल नंबर पर 3 दिसंबर को कोविड-19 की दूसरी डोज कंप्लीट होने का मैसेज पहुंचा। परिजनों ने उनके नाम का सर्टिफिकेट भी डाउनलोड कर लिया, जबकि करीब साढ़े छह माह पहले ही उनकी मौत हो चुकी है।हालांकि, अधिकारियों ने इस गड़बड़ी के लिए कंप्यूटर की त्रुटि का हवाला दिया है।
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मृतक के बेटे फूल सिंह शाक्यवार ने बताया कि 24 मई 2021 को पीडी शाक्यावार की इलाज के दौरान इंदौर में मौत हो गई थी। हालांकि 8 अप्रैल को उन्हें कोविड वैक्सीन का पहला डोज लग गया था, लेकिन जब उनकी मौत हो गई तो दूसरा डोज कैसे लग सकता है। उन्होंने हैरान होते हुए कहा कि ऐसे में उनके पिता तीन दिसंबर को टीके की दूसरी खुराक कैसे ले सकते हैं। वहीं जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ पी एल भगोरिया ने इस गड़बड़ी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें मामले की जानकारी मिली है और वो इसकी जांच कर रहे हैं।
इस मामले को लेकर ब्यावरा से कांग्रेस विधायक रामचंद्र दांगी ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार शत-प्रतिशत टीकाकरण की बात कर रही है। कहते हैं पूरे प्रदेश में पहली डोज लगवा दी है, दूसरी डोज भी काफी मात्रा में लगवा दी है। ये सरकार जान-बूझकर झूठे आंकड़े पेश कर रही है। बता दें कि, इससे पहले भी प्रदेश में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। रतलाम जिले के नामली में अलग-अलग परिवारों के दो मृतकों को कोरोना वैक्सीन का सेकेंड डोज लगा दिया गया था।