
शहर में अपर कलेक्टर के बेटे ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बुधवार देर रात इंदौर में पदस्थ अपर कलेक्टर के बेटे का मृत शरीर बालकनी से लटका मिला. महज 19 साल की उम्र में युवक ने बालकनी से लटककर खुद को फांसी लगा ली और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. अपर कलेक्टर नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में अपर संचालक पद पर पदस्थ हैं.
2 पेज का सुसाइड नोट
मृतक के पास से 2 पेज का सुसाइड नोट भी मिला है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि युवक अपनी पढ़ाई कर रहा था और साथ ही नौकरी भी देख रहा था. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए एम.वाय.अस्पताल भेजा गया है. पुलिस और डॉक्टर्स की जांच जारी है.
सुसाइड नोट आया सामने
मृतक का सुसाइड नोट सामने आया है. जिसमें सार्थक ने पापा को जिद्दी तो मां को मजबूर बताया है. अब पुलिस का मानना है कि वह डिप्रेशन में था.
जानिए क्या लिखा सार्थक ने
सार्थक ने अपने सुसाइड का पहला ही शब्द सॉरी से शुरू किया है. उन्होंने लिखा सॉरी! और अब क्या ही बोल सकता हूं. जिन उम्मीदों से JEE की तैयारी की थी, उनके टूटने के बाद ही सब कुछ बिगड़ता चला गया. कहां सोचा था कि कैम्पस जाऊंगा, इन्जॉय करूंगा और कहां ये ऑनलाइन असाइनमेंट में फंस गया. शायद टाला जा सकता था. कई लोगों के पास मौका था, लेकिन कुछ नहीं किया.
पापा जिद्दी, और मम्मी मजबूर
सार्थक ने आगे लिखा कि हिम्मत नहीं बची प्रॉब्लम्स झेलने में और कारण नहीं बचा आगे जीने के लिए. फैमिली भी शानदार है. पापा जिद्दी मम्मी मजबूर और वात्यसल्या मासूम. संभालूं तो किस-किस को. पापा आपको थोड़ा सा ज्यादा टाइम स्पेंड करना था हम सबके साथ. बात करनी चाहिए थी हमसे. जितनी बात अपने भाई-बहनों से करते, उससे आधी भी हमसे करते तो चल जाता. मां समझ रहा हूं कि आप अकेली रह जाओगी, लेकिन और बर्दाश्त नहीं हो रहा. सॉरी मम्मी. सार्थक ने सबसे आखरी में लिखा कि आई क्विट.