
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग ने परीक्षाओं की तारीख घोषित कर दी है। 20 जनवरी से सेमेस्टर परीक्षाएं विश्वविद्यालय सहित सभी कॉलेजों में एग्जाम शुरू होंगे। 20 से 25 जनवरी तक होने वाले इन एग्जाम को विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऑनलाइन करान का निर्णय लिया है। इसके लिए विश्वविद्यालय ने नई समय सारिणी जारी की है। इससे पहले भी परीक्षा सारिणी जारी की गई थी, लेकिन उसे रद्द कर दिया गया है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सीएल देवांगन ने बताया कि 20 जनवरी से सेमेस्टर एग्जाम शुरू हो रहे हैं। इसके तहत स्नातकोत्तर प्रथम, तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर, एल.एल.बी. प्रथम, तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर तथा एलएलबी द्वितीय, चतुर्थ एवं षष्ठम सेमेस्टर की एटीकेटी परीक्षाएं भी आयोजित होंगी।
उपकुलसचिव परीक्षा डॉ. राजमणि पटेल ने बताया बीएड प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं एक साथ आयोजित होंगी। सभी परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से आयोजित होंगी। प्रतिदिन सुबह 10 बजे विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट पर प्रश्नपत्र अपलोड किये जाएंगे। जिनके उत्तर परीक्षार्थी घर पर बैठकर उत्तर पुस्तिका में लिख सकेंगे। प्रत्येक परीक्षार्थी को उत्तर पुस्तिका के साथ विवि द्वारा जारी कवर पेज लगाना अनिवार्य होगा। दूरस्थ अंचल के विद्यार्थी अपनी हस्तलिखित उत्तर पुस्तिकाएं डाक द्वारा संबंधित महाविद्यालयों में जमा करेंगे। किसी भी परिस्थिति में ईमेल से भेजी गई उत्तरपुस्तिकाएं स्वीकार नहीं की जाएंगी।
महाविद्यालय से भी ले सकते हैं उत्तर पुस्तिका
यदि परीक्षा देने के लिए कोई विद्यार्थी विश्वविद्यालय द्वारा जारी उत्तर पुस्तिका लेना चाहता है तो वह सबंधित महाविद्यालय या विश्वविद्यालय उत्तर पुस्तिका ले सकता है। कुलसचिव डॉ. सी.एल. देवांगन ने बताया कि जो विद्यार्थी परीक्षा केन्द्र जाकर उत्तर पुस्तिकाएं लेने में असमर्थ हैं वे बाहर से उत्तरपुस्तिका ले सकते हैं और उस पर उत्तर लिखकर उन्हें जमा कर सकते हैं। उत्तर लिखी हुई उत्तरपुस्तिकाएं संबंधित महाविद्यालयों में 27 जनवरी से 31 जनवरी तक जमा करना अनिवार्य है। उसके बाद किसी भी विद्यार्थी की उत्तर पुस्तिकाएं स्वीकार नहीं की जाएंगी।
पहले 18 जनवरी से होना था एग्जाम
इससे पहले दुर्ग विश्वविद्यालय ने 18 जनवरी से एग्जाम कराने का शेड्यूल जारी किया था। साथ ही यह भी निर्णय लिया था कि सारे एग्जाम ऑनलाइन माध्यम से होंगे। कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी पिछले साल विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऑनलाइन एग्जाम कंडक्ट कराया था। तीसरी लहर का संक्रण जनवरी प्रथम सप्ताह तक नहीं था इसलिए पहले ऑफ लाइन एग्जाम कराने की बात कही जा रही थी। बाद में जैसे संक्रमण बढ़ा राज्य शासन और युनीवर्सिटी प्रशासन दोनों ने ऑनलाइन एग्जाम कराने का निर्णय लिया।