
दुनिया में बहुत से ऐसे शाकाहारी लोग होते हैं जो मांस तो नहीं खाते साथ ही जानवरों के जरिए मिलने वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी नहीं करते हैं. ऐसे लोगों को और उनकी डाइट को वीगन (Vegan Diet) कहा जाता है.
आज के वक्त में वीगन एक मुहिम बन चुकी है जिसके जरिए लोग दूसरों को भी जानवरों से मिलने वाले प्रोडक्ट्स को छोड़ने के लिए जागरूक करते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां रहने वाला हर इंसान शुद्ध शाकाहारी (Vegan Village) है.
इजरायल (Israel Vegan Village) के नेवे शैलॉम ( Neve Shalom, Israel) में एक छोटा सा गांव है जिसका नाम डिमोना (Dimona) है. इस गांव में 3000 यरुशलम (Jerusalem) के अफ्रीकन हिब्रू इजरायली (African Hebrew Israelites) लोग रहते हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि इस गांव के लोग पिछले 50 साल से शुद्ध शाकाहारी हैं. इस गांव की खासियत यही है कि गांव का हर शख्स वीगन है. यहां चिकेन, मटन, मछली आदि जैसे मांस का सेवन तो नहीं ही किया जाता है, साथ ही यहां दूध तक नहीं पिया जाता.
यहां के लोग शराब-सिगरेट भी नहीं पीते हैं.
नमक भी नहीं खाते गांव के लोग
मांस और दूध के अलावा डिमोन गांव के लोग हफ्ते में 3 दिन नमक नहीं खाते और साल में 4 हफ्ते चीनी नहीं खाते. इनका खाना इतना सादा होता है कि ये इसमें ज्यादा मसाले या कोई और चीज भी नहीं डालते हैं. लोगों का कहना है कि इस गांव में कोई भी खाना टेस्ट करने नहीं जाता है क्योंकि यहां का खाना दूसरे लोगों के लिए बेस्वाद हो सकता है. हिब्रू इजरायलियों का मानना है कि एडम और ईव भी शाकाहारी थे इसलिए ये लोग भी मांस नहीं खाते हैं. यहां के लोग शरीर को मंदिर की तरह पवित्र मानते हैं और इसे मांस या मसालों से अपवित्र नहीं करना चाहते.
शरीर का रखते हैं खास ध्यान
डिमोना गांव के लोगों से जुड़ी एक और खास बात ये है कि यहां के लोग अपने शरीर का हर तरह से ध्यान रखते हैं. नास डेली के वीडियो के अनुसार मांस के अलावा यहां के लोग शराब और सिगरेट भी नहीं पीते हैं. यही नहीं, हफ्ते में तीन बार लोग एक्सरसाइज भी करते हैं. साथ ही हर महीने शरीर का मसाज भी करवाते हैं. शरीर का इतना ध्यान रखने के ही कारण यहां के लोगों को देखकर उनकी असली उम्र का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है.