
पतंजलि योगपीठ के सह संस्थापक और योग गुरु बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, अश्वगंधा और शहद का मिश्रण दूध के साथ लेने से यूरिक एसिड के स्तर में गिरावट आती है।
शरीर में यूरिक एसिड के स्तर में बढ़ोतरी कई बीमारियों के लिए निमंत्रण साबित होता है। अगर समय रहते इसे काबू में न किया गया तो यह गठिया में विकसित हो सकता है। यूरिक एसिड के बढ़ते स्तर की वजह से हम हार्ट, शुगर, किडनी की गंभीर बीमारी का भी शिकार हो सकते हैं। इसलिए अगर शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ गई हो तो आज से ही अपनी जीवनशैली और खानपान में कुछ ऐसे बदलाव करें जिससे एसिड का स्तर सामान्य हो जाए। कुछ घरेलू उपाय भी यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में रामबाण सिद्ध होते हैं। जैसे-
अश्वगंधा और शहद- पतंजलि योगपीठ के सह संस्थापक और योग गुरु बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, अश्वगंधा और शहद का मिश्रण दूध के साथ लेने से यूरिक एसिड के स्तर में आश्चर्यजनक रूप से गिरावट आती है। इसके लिए आप एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर लेकर उसमें एक चम्मच शहद में मिला लें। इस मिश्रण को एक गिलास गुनगुने दूध में डालकर पी लें। बालकृष्ण कहते हैं कि अगर गर्मियों में हम इस मिश्रण का सेवन कर रहे हैं तो अश्वगंधा की मात्रा कम रखें।
गेहूं का ज्वार- गेहूं का ज्वार बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मददगार साबित होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी, क्लोरोफिल और फाइटोकेमिकल मौजूद होते हैं जो यूरिक एसिड को संतुलित करते हैं। दो चम्मच गेहूं के ज्वार में तीन चम्मच नींबू का जूस मिलाकर उसका सेवन करें।
आंवला और एलोवेरा का मिश्रण- आंवला यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में रामबाण का काम करता है। इसके लिए आप आंवले के जूस में थोड़ी मात्रा में एलोवेरा मिला लें और उसका सेवन करें। इससे कुछ दिनों में ही लाभ दिखने लगता है।
पर्याप्त मात्रा में पिएं पानी- यूरिक एसिड हमारे शरीर से पूर्ण रूप से जब निकल नहीं पाता तब वो शरीर में ही जमा होने लगता है और बीमारियों को जन्म देता है। एसिड को शरीर से निकालने के लिए पर्याप्त पानी पीना बेहद जरुरी है। शरीर हाइड्रेटेड रहेगा तो यूरिक एसिड को शरीर से निकलने में आसानी होगी इसलिए नियमित अंतराल पर खूब पानी पीतें रहें।
अगर आपको लगे कि समस्या गंभीर है तो अपने चिकित्सक से जरुर परामर्श लें।