
Rope Skipping Benefits: कुछ समय पहले तक स्कूल और घर में खेलते समय रस्सी कूदना बहुत लोगों को प्रिय होता था. हालांकि, आज के दौर में बच्चों को इसमें कोई रुचि नहीं है और वो इनडोर गेम्स और मोबाइल में ही बिजी रहते हैं. लेकिन पार्कों और जिम में फिटनेस के लिए रस्सी कूदने वाले युवा आज भी आपको खूब नज़र आ जाएंगें.
दरअसल, हम और आप जब बचपन में रस्सी कूदा करते थे, तो केवल इसका आनंद एक खेल के तौर पर ही लिया करते थे. तब हम ये नहीं जानते थे कि रस्सी कूदना भी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है. लेकिन आज भी बहुत सारे लोग ऐसे हैं, जो रस्सी कूदने के फायदों के बारे में नहीं जानते हैं. तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि रस्सी कूदने के क्या फायदे हैं और इस दौरान हमें किन बातों का ख्याल रखना चाहिए.
रस्सी कूदने के फायदे
– रस्सी कूदने से वजन कम करने में मदद मिलती है. इसके लिए नियमित रूप से पंद्रह से बीस मिनट तक रस्सी कूदना चाहिए.
– रोजाना नियमित रूप से दस मिनट तक रस्सी कूदने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है.
– रस्सी कूदने से दिल की बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है.
– रस्सी कूदने से फेफड़े मजबूत होते हैं और इनकी क्षमता बढ़ती है.
– नियमित रूप से रस्सी कूदने से हार्ट अटैक और डिप्रेशन जैसी बीमारियां होने का खतरा भी कम होता है.
– रस्सी कूदने से बच्चों की लंबाई बढ़ने में मदद मिलती है.
– रस्सी कूदने से हड्डियों को मजबूती मिलती है और बैलेंसिंग में फोकस बढ़ता है.
रस्सी कूदते समय इन बातों का रखें ख्याल
– खाली पेट रस्सी नहीं कूदनी चाहिए इससे पेट में दर्द की दिक्कत हो सकती है.
– खाना खाने के तुरंत बाद रस्सी नहीं कूदनी चाहिए, इसके लिए लंच के लगभग दो घंटे बाद का समय रखें.
– सबसे पहले रस्सी ही नहीं कूदनी चाहिए पहले हल्की एक्सरसाइज़ करें और वार्मअप कर लें.
– जिन लोगों को अस्थमा या सांस की बीमारी हो उनको रस्सी नहीं कूदनी चाहिए.
– जो लोग किसी भी तरह की हार्ट सम्बन्धी दिक्कत से गुज़र रहे हों उनको रस्सी नहीं कूदनी चाहिए.
– जो लोग ऑस्टियोपोरोसिस या किसी और तरह की हड्डियों से संबंधित समस्या से जूझ रहे हों वो रस्सी न कूदें.
– जिन लोगों को हार्निया हो या किसी तरह की कोई सर्जरी हाल ही में हुई हो, उनको भी रस्सी नहीं कूदनी चाहिए.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Arkatalk इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)